बैनर : टोंगा टॉकीज
निर्माता : अजय बहल
निर्देशक : अजय बहल
कलाकार : शिल्पा शुक्ला, राजेश शर्मा, दिव्येंदु भट्टाचार्य
रिलीज डेट : 12 जुलाई 2013
बी.ए. पास, यौन संबंधों पर आधारित ऎसी कामुक फिल्म नहीं है, जिसमें कामुकता दर्शाने के लिए अनावश्यक रूप से सेक्स को शामिल किया गया हो। बल्कि यह यौन संबंधों और उनसे जुड़ी भावनाओं को असल रूप में दर्शाती फिल्म है। एक छोटे से शहर का लड़का कॉलेज की पढ़ाई करने दिल्ली आता है और अपनी आंटी के साथ रहता है।
जल्द ही वह एक आकर्षक शादीशुदा महिला सारिका ‘आंटी’ के संपर्क में आ जाता है। दिल्ली के पहाड़गंज की गलियों में बनी फिल्म दोनों के बीच कामुक नाटक को पेश करती है। दोनों के बीच वासना, झूठ और धोखे पर आधारित रिश्ता बन जाता है। लड़का जैसे – जैसे परिवेश में मजबूती से जकड़ता चला जाता है वैसे – वैसे उसे इस शहर की असली जिंदगी का अंदाजा होता चला जाता है।
अपने गहरे विषय और कामुकता पर आधारित होने के बावजूद बी.ए. पास, यौन संबंधों को सही अर्थों में प्रस्तुत करती है। फिल्म ने कामक्रियाओं को इतनी खूबसूरती और पूर्णता के साथ पेश किया गया है, जैसा भारतीय फिल्मों के इतिहास में कभी नहीं किया गया। बी.ए. पास, लेखक मोहन सिक्का द्वारा लिखित कहानी संग्रह ‘देल्ही नॉयर’ की, ‘द रेलवे आंटी’ नामक कहानी पर आधारित है। दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्र पर लिखी यह कहानी 2010 में प्रकाशित की गई थी।
Webduniya
बैनर : टोंगा टॉकीज
निर्माता : अजय बहल
निर्देशक : अजय बहल
कलाकार : शिल्पा शुक्ला, राजेश शर्मा, दिव्येंदु भट्टाचार्य
रिलीज डेट : 12 जुलाई 2013
बी.ए. पास, यौन संबंधों पर आधारित ऎसी कामुक फिल्म नहीं है, जिसमें कामुकता दर्शाने के लिए अनावश्यक रूप से सेक्स को शामिल किया गया हो। बल्कि यह यौन संबंधों और उनसे जुड़ी भावनाओं को असल रूप में दर्शाती फिल्म है। एक छोटे से शहर का लड़का कॉलेज की पढ़ाई करने दिल्ली आता है और अपनी आंटी के साथ रहता है।
जल्द ही वह एक आकर्षक शादीशुदा महिला सारिका ‘आंटी’ के संपर्क में आ जाता है। दिल्ली के पहाड़गंज की गलियों में बनी फिल्म दोनों के बीच कामुक नाटक को पेश करती है। दोनों के बीच वासना, झूठ और धोखे पर आधारित रिश्ता बन जाता है। लड़का जैसे – जैसे परिवेश में मजबूती से जकड़ता चला जाता है वैसे – वैसे उसे इस शहर की असली जिंदगी का अंदाजा होता चला जाता है।
अपने गहरे विषय और कामुकता पर आधारित होने के बावजूद बी.ए. पास, यौन संबंधों को सही अर्थों में प्रस्तुत करती है। फिल्म ने कामक्रियाओं को इतनी खूबसूरती और पूर्णता के साथ पेश किया गया है, जैसा भारतीय फिल्मों के इतिहास में कभी नहीं किया गया। बी.ए. पास, लेखक मोहन सिक्का द्वारा लिखित कहानी संग्रह ‘देल्ही नॉयर’ की, ‘द रेलवे आंटी’ नामक कहानी पर आधारित है। दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्र पर लिखी यह कहानी 2010 में प्रकाशित की गई थी।
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