नवाजुद्दीन सिद्दीकी शुरुआत से विनम्र है और इसी कारन वे तेजी से आगे बढे हैं ।नवाज़ कृषि पृष्ठभूमि से संबंधित होने के कारन जल संरक्षण अभियान की अगुवाई करने के लिए हाल ही में जल संसाधन मंत्रालय, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय द्वारा अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को इस अभियान से जुड़ने के लिए संपर्क किया गया।
प्रतिभाशाली अभिनेता, जो अपने जीवनभर के सपने को आगे बढ़ाने से पहले एक किसान थे , अब वे दुनिया के विभिन्न किसानों को नए तकनीकी विकास के बारे में जानकारी देंगे तथा पानी के संरक्षण के लिए जागृत करेंगे । किसानों की दिक्कत और वर्तमान में पानी की कमी की स्थिति को समझते हुए, नवाजुद्दीन अभियान के लिए अपना पूरा समर्थनदे रहे हैं ।
जनता के साथ अपने अविश्वसनीय व्यक्तिगत संबंध को देखते हुए, भारत सरकार ने सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाने के लिए नवाज़ को चुना है और इसे एक बड़ा आंदोलन बनाना चाहते हैं।
पानी की कमी की चिंता व्यक्त करते हुए , नवाजुद्दीन कहते हैं ” हमें अपनी आदतों को बदलकर पानी का संरक्षण शुरू करना होगा और यह पहले हमारे घरों से शुरू करना होगा, हमें जल्द ही कृषि में जल संरक्षण के लिए फोकस करना होगा। १० -१२ साल पहले मेरे शहर में बिस फीट के भीतर हमें भूजल मिल जाता था पर अब ३०० फ़ीट की गहराई में भी पर्याप्त भूजल नहीं है। मंत्रालय ने मुझे खेती में मेरी पृष्ठभूमि और आम लोगों के साथ जुड़े होने के कारन चुना है । मुझे यह मौका मिला है, मैं बहुत भाग्यशाली समझता हूं ।
पुरुषोत्तम सिंह
मुंम्बई
नवाजुद्दीन सिद्दीकी शुरुआत से विनम्र है और इसी कारन वे तेजी से आगे बढे हैं ।नवाज़ कृषि पृष्ठभूमि से संबंधित होने के कारन जल संरक्षण अभियान की अगुवाई करने के लिए हाल ही में जल संसाधन मंत्रालय, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय द्वारा अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को इस अभियान से जुड़ने के लिए संपर्क किया गया।
प्रतिभाशाली अभिनेता, जो अपने जीवनभर के सपने को आगे बढ़ाने से पहले एक किसान थे , अब वे दुनिया के विभिन्न किसानों को नए तकनीकी विकास के बारे में जानकारी देंगे तथा पानी के संरक्षण के लिए जागृत करेंगे । किसानों की दिक्कत और वर्तमान में पानी की कमी की स्थिति को समझते हुए, नवाजुद्दीन अभियान के लिए अपना पूरा समर्थनदे रहे हैं ।
जनता के साथ अपने अविश्वसनीय व्यक्तिगत संबंध को देखते हुए, भारत सरकार ने सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाने के लिए नवाज़ को चुना है और इसे एक बड़ा आंदोलन बनाना चाहते हैं।
पानी की कमी की चिंता व्यक्त करते हुए , नवाजुद्दीन कहते हैं ” हमें अपनी आदतों को बदलकर पानी का संरक्षण शुरू करना होगा और यह पहले हमारे घरों से शुरू करना होगा, हमें जल्द ही कृषि में जल संरक्षण के लिए फोकस करना होगा। १० -१२ साल पहले मेरे शहर में बिस फीट के भीतर हमें भूजल मिल जाता था पर अब ३०० फ़ीट की गहराई में भी पर्याप्त भूजल नहीं है। मंत्रालय ने मुझे खेती में मेरी पृष्ठभूमि और आम लोगों के साथ जुड़े होने के कारन चुना है । मुझे यह मौका मिला है, मैं बहुत भाग्यशाली समझता हूं ।
पुरुषोत्तम सिंह
मुंम्बई